आइलैंड ऑफ द् वैम्पायर्स - भाग-1 pratibha singh द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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आइलैंड ऑफ द् वैम्पायर्स - भाग-1

जोर्गा, स्टार्क , लिंडा और इसाबेल ये चारों अलग अलग जगहों से आये थे पर इनका मकसद एक था दुनिया घूमना ।

जोर्गा जर्मन था वो जर्मनी के म्यूनिख से आया था और स्टार्क अमेरिकन ,ऑहियो का रहने वाला था वो, लिंडा भी अमेरिकन थी और वो न्यू जर्सी के कैप वे की रहने वाली थी और इसाबेल इंग्लिश थी वो यार्कशायर की रहने वाली थी ।

चारो एकदूसरे को काफी टाइम से जानते थे । चारो की मुलाकात इटली के मिलान में हुई थी सबके शौक एक जैसे थे इसलिये वो जल्दी ही एकदूसरे के दोस्त बन गए ।

इस बार वो चारो इंग्लैंड के एक आइलैंड के लिए निकले थे ।ये इंग्लैंड का एक खूबसूरत छोटा सा द्वीप था , इस पर सिर्फ रिसॉर्ट्स थे यहां लोग घूमने ही आया करते थे ।

उन चारो ने भी एक दिन अच्छा मौसम देखा और एक नाव किराये पे ले चल दिए .

खुशनुमा मौसम था ऊपर खिला खिला नीला आसमान और नीचे लहराता नीला सागर बीच में दौड़ती उनकी नाव

जोर्गा को नाव चलाना अच्छे से आता था इसलिए वो केबिन में था और बाकि लोग डेक पर लेटे हुए थे

"वाओ सो ब्यूटीफुल " स्टार्क दूर क्षितिज पर मिलते हुए सागर और आसमान को देख कर बोला

"हे स्टार्क तुमने क्या सोचा है कि तुम वहां जाके क्या करोगे" इसाबेल ने स्टार्क को खींचा

"वेल अभी तो कुछ पता नही पर इतना तो पता है कि मैं वहां बहुत मजे करने वाला हूं" स्टार्क खुश होते हुए बोला

"हां तुम्हारे जैसे लोगो के लिए ये सही भी है पर जोर्गा के बारे में क्या वो तो वहां जाकर भी खुद में खोया रहेगा " ये बोल के लिंडा हसने लगी

"मैं वहां पहुच के सिर्फ एक चीज मिस करने वाला हूं" स्टार्क बोला

"और वो क्या है "इसाबेल ने पूछा

"हवाईयन लड़की "

और इस बात पर सब ठहाका मार के हस पड़े

"यू आर सच अ वूमैनाइजर" इसाबेल ने ताना मारा

"यस बेबस , एंड आईएम प्राउड ऑफ़ इट" स्टार्क घमण्ड से बोला

तभी जोर्गा बाहर आया जोर्गा को स्टार्क की ये आदत पसन्द नही थी खासकर उसका इसाबेल से ज्यादा घुलना मिलना उसे बिलकुल भी पसन्द नही था ।

"क्या कर रहे हो तुम लोग "जोर्गा इसाबेल के बगल में बैठते हुए बोला

"कुछ नही बस थोड़ा दिल बहला रहे थे, और तुम बताओ हम कब तक पहुचेंगे " इसाबेल उसके घुटने पर कोहनी रखते हुए बोली

"अगले तीन घण्टे में हम आइलैंड पर होंगे "

और शायद वो उस आइलैंड पर पहुच भी जाते अगर वो सब ना हुआ होता

जिस वक्त वो लोग बैठे हुए ये सब बातें कर रहे थे तभी अचानक दूर आसमान में एक धब्बा सा नजर आया उन लोगो ने उस पर कोई ध्यान ना दिया
मगर जैसे ही जोर्गा की नजर उधर गयी उसने सबको अंदर केबिन में जाने को बोला और नाव की दिशा बदल दी
और कुछ ही मिनटों में वो नाव भयंकर तूफान में घिर गई तूफान इतना तेज था कि उस नाव के टुकड़े टुकड़े हो गए
नाव को दिशा बदल देने की वजह से वो दूसरी तरफ किनारे की और चली गयी और किनारों से टकरा कर वो टूट गयी

जब तूफान आया तो उसकी विकरालता देख के लग रहा था कि बस प्रलय आ गया है कई कई मीटर ऊँची लहरे ऐसे लग रही थी जैसे कोई शैतान अपना मुह खोल के जीभ लपलपा रहा हो

उसमे घिरी इनकी असहाय नाव तिनके की तरह लहरों पर टकरा रही थी
जब नाव टूटी तो इसाबेल समुद्र में जा गिरी उसे बचाने जोर्गा भी पीछे से कूद गया और वो किसी तरह उसको नाव के एक टुकड़े तक लाया और उसके सहारे दोनों किनारे तक आये
लिंडा और स्टार्क नाव के एक एक टूटे पटरे के सहारे किनारे पर आये ।

और लगभग तीस मिनिट तक ये तांडव मचाने के बाद तूफ़ान आगे गुजर गया

ये सब लोग अब भीगे कपड़ो में किनारे पर बैठे हुए थे आसमान में अभी भी बादल छाए थे और बारिश हो रही थी इसलिए इन सबकी जोर की ठंड लग रही थी
इसाबेल की हालत तो ये थी की अगर उसे कुछ देर और गर्मी ना मिली तो वो मर जायेगी
पर इन लोगो के पास कोई सामान ना था , ना ही कपड़े ना ही खाना और ना ही जरूरत का कोई दूसरा सामान

इसाबेल की हालत खराब होती जा रही थी उसके पेट में भी कुछ पानी गया था उसे जल्द से जल्द ही मदद की जरूरत थी

उन तीनों ने मदद के लिए जब आसपास नजर दौड़ाई तो पाया कि वो एक टापू पर है जिसके किनारे पर वो है और चारो तरफ घना जंगल है ।

"व्हाट द हेल इज दिस, यहां कोई मदद के लिए होगा भी या नही "जोर्गा ने अपना सर पीट लिया

"डोंट वरी कोई ना कोई तो यहां रहता ही होगा मे बी ट्राइब् ही हो यहाँ" स्टार्क ने उसे तसल्ली दी

"या जोर्गा तुम और स्टार्क मदद के लिए जाओ मैं इसाबेल का यहां ख्याल रखूंगी" लिंडा ने जोर्गा को बोला

"हम्म"
और दोनों वहां से चले गए ।
अंदर की तरफ जाने पर घना जंगल था वो दोनों अलग दिशाओं में आवाज लगाते हुए बढ़े
जोर्गा कही रास्ता ना भूल जाये इसलिए वो रास्ते में पेड़ो की डालिया तोड़ के थोड़ी थोड़ी दूरी पर डालता जा रहा था ।

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क्रमशः